RAKHI Saroj

Add To collaction

लेखनी प्रतियोगिता -02-Mar-2023

एक रुज

प्रेम की प्यास से जलत् सजनी 
बैठी है पिया दर्शन को हो 
आकुल अब कैसे सखी संग 
अपना हाल दिल सजनी कह जाएं 
जब आंसू की हर धार बन 
एक रुज दिल को निस्सार कर 
होठों पर दर्द छोड़ जाएं, पुछे है 
सजनी पिया का पता हवा संग 
बतलाएं अपना हाल रूह से मुख 
मोड़कर चलें है प्रेम की तलाश के पथ 
पर सजनी पग-पग जोड़े।
           राखी सरोज 

   18
9 Comments

Renu

03-Mar-2023 10:04 PM

👍👍🌺

Reply

Vishal Ramawat

03-Mar-2023 04:35 PM

nice

Reply

RAKHI Saroj

03-Mar-2023 07:37 PM

धन्यवाद आपका

Reply

Punam verma

03-Mar-2023 08:37 AM

Very nice

Reply

RAKHI Saroj

03-Mar-2023 07:37 PM

धन्यवाद आपका

Reply